न हिला पाया वो रब की मैहर को, भले जीत गया वो कायर जंग। पर जो मौला के दर पर बैखोफ शहीद हुआ, वही था असली और सच्चा पैगम्बर।
करीब अल्लाह के आओ तो कोई बात बने, ईमान फिर से जगाओ तो कोई बात बने। लहू जो बह गया कर्बला में, उनके मकसद को समझो तो कोई बात बने।