वो काला बांसुरी वाला ऐसी रास रचाए सुध-बुध अपनी खो दें गोपियां मुरली ऐसी मधुर बजाए जन्मदिन है आज उस नटखट का कान्हा जिसे सब लोग बुलाएं
ब्रज के दुलारे, यशोदा मैया की आंखों के तारे, राधा और गोपियां उन्हें सखा कहकर पुकारें ऐसे मनमोहक हैं श्रीकृष्ण हमारे !
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा, एक मात स्वामी सखा हमारे, हे नाथ नारायण वासुदेवा।
कृष्ण जिनका नाम, गोकुल जिनका धाम, ऐसे श्री कृष्ण भगवान को हम सब का प्रणाम,